Description
'सामाजिक मनोविज्ञान का आधार' का प्रथम संस्करण आपके समक्ष है। यह एक ऐसी पुस्तक है. जिसकी रचना भारतीय विश्वविद्यालयों में चार वर्षीय सेमेस्टर प्रणाली स्नातक पाठ्यक्रम को ध्यान में रखते हुए की गयी है। यह न सिर्फ छात्रों के लिए बल्कि शिक्षकों के लिए भी काफी उपयोगी है। परीक्षा में पूछे जाने वाले संभावित प्रश्न भी प्रत्येक अध्याय के अंत में दिये गये हैं. जिससे विद्यार्थीगण काफी लाभान्वित होंगे।
इस पुस्तक में कुल तेरह अध्याय हैं, जिसमें कई महत्वपूर्ण विषय-वस्तुओं पर चर्चा की गयी है। सामाजिक मनोविज्ञान का आधार, समाज मनोविज्ञान की विधियाँ, सामाजिक प्रत्यक्षण, समूह प्रभाव, सामाजिक प्रभाव, अन्तर्वैयक्तिक आकर्षण, समूह, समूह-गतिकी, सामूहिक निर्णयन, समूह समग्रता, पूर्वाग्रह, नेतृत्व, मनोवृति, प्रतिसामाजिक व्यवहार और आक्रामकता आदि विषयों पर तथ्यपूर्ण एवं सारगर्भित विचार प्रस्तुत किये गये हैं।
डॉ. विकास कुमार वर्तमान में बाबासाहेब भीमराव अम्बेदकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर, बिहार के विश्वविद्यालय मनोविज्ञान विभाग में प्राध्यापक के पद पर हैं। इसके अलावा डॉ कुमार की मोतीलाल बनारसीदास से प्रकाशित अन्य पुस्तकें स्वास्थ्य मनोविज्ञान (2020), बाल विकास, अधिगमः एवं शिक्षाशास्त्र (2020), आधुनिक पर्यावरणीय मनोविज्ञान (2023), विकासात्मक मनोविज्ञान का परिचय (2025), असमान्य मनोविज्ञान का परिचय (2025) एवं शिक्षा मनोविज्ञान का परिचय (2025) हैं।