🔄

  • तर्कसंग्रह (संस्कृत एवं हिंदी अनुवाद)- Tarka Samgraha
  • तर्कसंग्रह (संस्कृत एवं हिंदी अनुवाद)- Tarka Samgraha
  • तर्कसंग्रह (संस्कृत एवं हिंदी अनुवाद)- Tarka Samgraha
  • तर्कसंग्रह (संस्कृत एवं हिंदी अनुवाद)- Tarka Samgraha

तर्कसंग्रह (संस्कृत एवं हिंदी अनुवाद)- Tarka Samgraha

Publisher: Motilal Banarsidass
Language: Sanskrit & Hindi
Total Pages: 184
Available in: Paperback
Regular price Rs. 295.00
Unit price per
Tax included.

Description

तर्कसंग्रह (Tarka Samgraha) एक महत्वपूर्ण संस्कृत ग्रंथ है जो तर्कशास्त्र पर आधारित है। इसका उद्देश्य तर्क और न्याय के सिद्धांतों को स्पष्ट करना है। आचार्य केदारनाथ त्रिपाठी द्वारा रचित यह ग्रंथ तर्क के विभिन्न पहलुओं, उनके उपयोग और महत्व को दर्शाता है।

संक्षिप्त सामग्री:

  1. तर्क का अर्थ: तर्क वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हम ज्ञान की खोज करते हैं और निष्कर्ष निकालते हैं।

  2. प्रकार: तर्क को विभिन्न प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है, जैसे:

    • अपूर्व तर्क (उपमा, उपदेश)
    • प्रतिज्ञा तर्क (सिद्धांत, प्रतिपादन)
  3. तर्क का महत्व: तर्क केवल बौद्धिक मंथन नहीं है, बल्कि यह नैतिक और दार्शनिक निर्णयों में भी सहायक है।

  4. न्याय और तर्क: न्यायालयों में तर्क का उपयोग कैसे किया जाता है, इस पर भी चर्चा की गई है।

  5. उदाहरण: ग्रंथ में विभिन्न उदहारणों के माध्यम से तर्क के सिद्धांतों को स्पष्ट किया गया है।

यदि आपको इस ग्रंथ का विशेष विषय या अध्याय चाहिए, तो कृपया बताएं!