• Hindi Mantra Maharnava- Mishra Khand: हिन्दी मन्त्रमहार्णव - मिश्र खंड (संस्कृत एवम् हिन्दी अनुवाद)
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Hindi Mantra Maharnava- Mishra Khand: हिन्दी मन्त्रमहार्णव - मिश्र खंड (संस्कृत एवम् हिन्दी अनुवाद)

Author(s): Ram Kumar Rai
Publisher: Prachya Prakashan
Language: Sanskrit & Hindi
Total Pages: 318
Available in: Hardbound
Regular price Rs. 450.00
Unit price per

Description

हिन्दी मन्त्रमहाणव - मिश्र खंड" (Hindi Mantra Maharnava - Mishra Khand) राम कुमार राय द्वारा रचित एक महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ है, जो संस्कृत और हिन्दी दोनों भाषाओं में लिखा गया है। इस ग्रंथ का "मिश्र खंड" भाग विशेष रूप से उन मंत्रों और साधनाओं का संग्रह है, जो विभिन्न देवताओं, देवी-देवताओं, और तांत्रिक विधियों को मिलाकर तैयार किए गए हैं। "मिश्र" का अर्थ होता है मिश्रण या संयोजन, जिससे इस खंड में विविध प्रकार के मंत्रों का संग्रह किया गया है।

मुख्य उद्देश्य और विशेषताएँ:

  1. विविध मंत्रों का मिश्रण:

    • मिश्र खंड में विविध प्रकार के मंत्रों को सम्मिलित किया गया है, जो विभिन्न देवताओं, तंत्र, और शास्त्रों से लिए गए हैं। इसमें भगवान शिव, विष्णु, गणेश, देवी-देवी के साथ-साथ तांत्रिक और यौन तंत्र, हवन, पूजा विधि, और मंत्र जाप की विधियों का समावेश है।
    • इस खंड का मुख्य उद्देश्य साधकों को विविध प्रकार की साधनाओं और मंत्रों का एक व्यापक संग्रह प्रदान करना है, जिससे वे अपने जीवन में समस्याओं का समाधान और साक्षात्कार प्राप्त कर सकें।
  2. संस्कृत और हिन्दी अनुवाद:

    • इस ग्रंथ में संस्कृत के मंत्रों के साथ-साथ उनके सरल और स्पष्ट हिन्दी अनुवाद भी दिए गए हैं, जिससे पाठक उन मंत्रों का सही उच्चारण, अर्थ और प्रयोग समझ सकते हैं। यह मिश्र खंड उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है, जो संस्कृत के ज्ञाता नहीं हैं लेकिन मंत्रों के प्रभाव को समझने और उनका जाप करने में रुचि रखते हैं।
  3. साधना विधियाँ:

    • मिश्र खंड में मंत्रों के साथ-साथ साधना विधियों का भी उल्लेख किया गया है, जैसे किस समय पर कौन सा मंत्र जाप करना चाहिए, किस स्थान पर बैठकर साधना करनी चाहिए, मंत्र जाप के दौरान किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, और साधना के फल क्या हो सकते हैं।
    • इसमें तांत्रिक सिद्धियों और मंत्रों की सिद्धि प्राप्त करने के लिए दिए गए उपाय और विधियाँ भी शामिल हैं, जो साधकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
  4. जीवन में लाभ:

    • इस खंड में दिए गए मंत्रों के जाप से जीवन की विभिन्न समस्याओं जैसे मानसिक तनाव, शारीरिक रोग, आर्थिक समस्याएं, वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव, और अन्य सांसारिक परेशानियों से छुटकारा पाने के उपाय बताए गए हैं।
    • इसके अलावा, इन मंत्रों के माध्यम से भक्त अपने जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि की प्राप्ति कर सकते हैं।
  5. तंत्र मंत्र और शास्त्र सम्मिलन:

    • मिश्र खंड में तंत्र मंत्रों का समावेश भी किया गया है, जो विशेष रूप से शक्तियों की साधना के लिए उपयोगी होते हैं। इन मंत्रों के माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन में उच्च आत्मिक और मानसिक शक्ति प्राप्त कर सकता है।

उदाहरण: कुछ प्रमुख मंत्र और उनकी साधना:

  • शिव मंत्र:
    • "ॐ नमः शिवाय" — यह मंत्र भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यंत प्रसिद्ध है और इसका जाप शांति, समृद्धि और तत्त्वज्ञान प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
  • विष्णु मंत्र:
    • "ॐ श्री विष्णवे नमः" — इस मंत्र का जाप सुख-शांति और जीवन के हर क्षेत्र में संतुलन बनाए रखने के लिए किया जाता है।
  • गणेश मंत्र:
    • "ॐ गं गणपतये नमः" — यह मंत्र विघ्नों को दूर करने और नए कार्यों की शुरुआत के लिए उपयुक्त है।
  • तंत्र मंत्र:
    • विशेष रूप से शक्ति साधना और तंत्र साधना के लिए मंत्र दिए गए हैं, जिनका उच्चारण विशेष विधियों से करना होता है।

निष्कर्ष:

"हिन्दी मन्त्रमहाणव - मिश्र खंड" एक बहुआयामी और समग्र धार्मिक ग्रंथ है, जिसमें विविध प्रकार के मंत्रों का संग्रह और उनकी साधना विधियों का वर्णन है। संस्कृत और हिन्दी के मिश्रित रूप में प्रस्तुत किए गए इस ग्रंथ के माध्यम से पाठक न केवल मंत्रों का सही उच्चारण और अर्थ समझ सकते हैं, बल्कि वे साधना और तंत्र के माध्यम से जीवन के हर क्षेत्र में सफलता और सुख की प्राप्ति कर सकते हैं।

इस ग्रंथ में दी गई विधियों और मंत्रों का पालन करके साधक मानसिक शांति, तात्त्विक उन्नति, और सांसारिक समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।