Description
शैलेन्द्र भारतीय फिल्म उद्योग के एक प्रसिद्ध गीतकार थे, जिनका योगदान हिंदी फिल्म संगीत में अविस्मरणीय रहा है। शैलेन्द्र का जन्म 30 अगस्त 1923 को हुआ था। उनका असली नाम "शंकर दयाल" था, लेकिन वह शैलेन्द्र के नाम से अधिक प्रसिद्ध हुए। शैलेन्द्र ने अपने करियर में कई हिट और दिल छूने वाले गाने लिखे जो आज भी लोगों के दिलों में बसे हुए हैं।
उनके कुछ प्रसिद्ध और लोकप्रिय गीतों में शामिल हैं:
- "कुछ तो लोग कहेंगे" - (मशहूर फिल्म अंजान (1969))
- "हमने तुमसे सच्चा प्यार किया है" - (फिल्म ब्रह्मचारी (1968))
- "चिनो-अरब-इंडो-नीज़" - (फिल्म श्री 420 (1955))
- "दीवाना हुआ बादल" - (फिल्म दीवाना (1952))
- "एक ही रास्ता है" - (फिल्म बीआर चोपड़ा की हकीकत (1964))
- "तेरा मुझसे है पहले का नाता" - (फिल्म तुमसा नहीं देखा (1969))
- "जिसे तुम ने" - (फिल्म जागते रहो (1956))
शैलेन्द्र का लेखन शैली बहुत सहज और भावपूर्ण थी, जो सीधे दिल में उतर जाती थी। उन्होंने प्रेम, जीवन की जटिलताओं, और सामाजिक मुद्दों पर गाने लिखे जो आज भी प्रसिद्ध हैं। शैलेन्द्र के गीत भारतीय सिनेमा के महत्वपूर्ण हिस्से हैं, और उनका योगदान संगीत और कला के क्षेत्र में हमेशा याद किया जाएगा।
वह राज कपूर के करीबी दोस्त थे और उनके साथ मिलकर कई हिट फिल्मों के लिए गीत लिखे, जैसे कि आवारा (1951), श्री 420 (1955), और जागते रहो (1956)