Description
श्री विनोद प्रकाश गोयल भारतीय इंजीनियरिंग सेवा के अधिकारी और रक्षा मंत्रालय से कार्यरत रहे हैं। अपना इंजीनियरिंग, निर्माण और एयर कंडीशनिंग व्यवसाय स्थापित करने से पहले भारत और विदेश में वरिष्ठ प्रबंधकीय पदों पर कार्य किया। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन में प्रमुख परियोजनाओं पर सलाहकार रहे।
श्री वी.पी. गोयल आई.आई.टी. खड़गपुर से एम.टेक हैं और बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग आनर्स में स्नातक हैं। वर्ष 1999 और 2000 में ज्योतिष संस्थान, भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली ने ज्योतिष आचार्य और ज्योतिष आचार्य लिए वरिष्ठ पदक से सम्मानित किया गया।
श्री गोयल जी ने 26 पुस्तकें ज्योतिष पर लिखी हैं। 11 पुस्तकों का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद किया गया है।
यह पुस्तक ज्योतिष के छात्रों तक ज्योतिष ज्ञान को पहुंचाने, इसे गहराई से समझने और इसे अपने दैनिक अभ्यास में लागू करने में मदद करने के इरादे से लिखी गई है। इसलिए मैंने इस पुस्तक का नाम सरल ज्योतिष रखा है।
इस पुस्तक में वैदिक ज्योतिष के 14 मूलभूत सिद्धांतों को खोजकर परिभाषित किया गया है। उदाहरण के लिए बाधक, केमद्रुम दोष, पृष्ठ नवांश इत्यादि। शब्दों के अर्थों को गहराई से समझाया गया है और हर उदाहरण सहित प्रस्तुत किया गया है। मेरा मानना है कि ये 14 सिद्धांत सही भविष्यवाणी करने के लिए मौलिक आधार हैं।