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  • वैष्णव प्रश्नाभिधः प्रश्न वैष्णवः भावप्रकाशिकाख्यहिन्दी टीकोपेत - Prashna Vaishnavah by Umakant Jha - Motilal Banarsidass author
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वैष्णव प्रश्नाभिधः प्रश्न वैष्णवः भावप्रकाशिकाख्यहिन्दी टीकोपेत- Prashna Vaishnavah by Umakant Jha

Vaishnava Prasnabhidha Prasana Vaishnava: With Hindi Commentary Called
Publisher: Nag Prakashak
Language: Sanskrit, Hindi
Total Pages: 264
Available in: Hardbound
Regular price Rs. 600.00 Sale price Rs. 750.00
Unit price per
Tax included.

Description

प्रश्न वैष्णवः, नामक इस ग्रन्थ में प्रश्न कुण्डली के अनुसार ग्रह स्थिति के आधार पर लोकोपयुक्त विविध प्रश्नों के उत्तर का समाधान करने की प्रक्रिया वर्णित है। जिसमें कार्य सिद्धि प्रश्न, धनलाभ प्रश्न, नृपमन्त्रि स्नेह प्रश्न, राज्य स्थिरता प्रश्न, राज्यलाभालाभ प्रश्न, युद्ध में जय पराजय प्रश्न, गुप्तचर ज्ञान प्रश्न, भूकम्प घूमकेतु दर्शन देवमूर्ति विकृत्ति आदि प्रश्न, प्रतिकूल चन्द्र सूर्य ग्रहण, गोमहिष्यादि विकृति प्रश्न, पशुक्रन्दन दिन तारा दर्शनादि प्रश्न, वादी प्रतिवादी जय परा-जय प्रश्न दुर्ग (सिविर) संरक्षण प्रश्न, दुर्गपति जयाजय प्रश्न, निरूपद्रव सोपद्रव गमनागमन प्रश्न, शीघ्रगमनागमन, वैवाहिक प्रश्न, पतिलाभस्त्री लाभ प्रश्न, पुत्र कन्या गर्भ सम्बन्धी प्रश्न, विदेशस्य व्यक्ति कुशलाकुशल ज्ञान प्रश्न, भूमि-भवन लाभ प्रश्न, रोगमुक्ति प्रश्न, मैत्री स्थिरता अस्थिरता प्रश्न, गुप्तकार्य सिद्धि प्रश्न नष्ट धन लाभालाभ प्रश्न, स्वामिभृत्य स्नेह प्रश्न, भागांश (हिस्सा) लाभालाभप्रश्न, बन्ध मोक्ष प्रश्न, गुप्त धन लाभ प्रश्न, महर्घ (महगी) समर्घ (सस्ती) प्रश्न, मूक प्रश्न प्रभृति प्रश्नों का उत्तर, प्रश्न कालिक ग्रहों के शुभाशुभत्व तथा बलाबल के आधार पर (उप-र्युक्त) सभी प्रश्नों का उत्तर जानने का प्रकार ग्रन्थकार द्वारा दर्शाया गया है।

अन्त में परिशिष्टाध्याय के रूप में ग्रन्थोक्त विचार में सहायक ग्रन्थान्तरोक्त ग्रहों के मित्रामित्र उच्चनीच, दृष्टिविचार बलाबल विचार तथा राशि स्वामी एवं बलाबल विचार लिखा गया है।