• Atmasakshatkar Margpradeep
  • Atmasakshatkar Margpradeep
  • Atmasakshatkar Margpradeep
  • Atmasakshatkar Margpradeep

Atmasakshatkar Margpradeep

Author(s): Laxman Ganesh Bapat
Publisher: Motilal Banarsidass International
Language: Hindi
Total Pages: 445
Available in: Paperback
Regular price Rs. 973.00
Unit price per

Description

आत्मसाक्षात्कार मार्गप्रदीप (Atmasakshatkar Margpradeep) का अर्थ है "आत्म-साक्षात्कार की दिशा में मार्गदर्शक दीपक"। यह शब्द शास्त्रों, योग और आध्यात्मिकता से जुड़े होते हैं और व्यक्ति के आत्मज्ञान, आत्म-अनुभव और आत्म-साक्षात्कार की प्रक्रिया को स्पष्ट करता है।

आत्मसाक्षात्कार एक गहरी मानसिक और आध्यात्मिक स्थिति है, जिसमें व्यक्ति अपनी असल पहचान, सत्य और ब्रह्म के साथ अपने संबंध को महसूस करता है। यह प्रक्रिया व्यक्ति के भीतर गहरे आत्मनिरीक्षण, ध्यान और साधना द्वारा संभव होती है।

आत्मसाक्षात्कार मार्गप्रदीप शब्द का संदर्भ एक मार्गदर्शक के रूप में दिया जाता है, जो इस आत्मज्ञान की यात्रा में एक रोशनी की तरह काम करता है। इसका उद्देश्य उस आध्यात्मिक पथ पर चलने वाले व्यक्ति को सही दिशा देना और उन्हें सही ज्ञान और साधना के माध्यम से आत्म-साक्षात्कार की प्राप्ति के लिए प्रेरित करना है।

इसमें मुख्यतः ध्यान, योग, साधना, सेवा, और भक्ति का अभ्यास किया जाता है। यह प्रक्रिया धीरे-धीरे व्यक्ति के मानसिक और आत्मिक स्तर पर बदलाव लाती है, जिससे वह जीवन के वास्तविक उद्देश्य को समझ पाता है।