Description
"एकादशोपनिषत्संग्रह" एक महत्वपूर्ण संस्कृत ग्रंथ है, जो उपनिषदों के ग्यारह (11) उपनिषदों का संकलन है। इस ग्रंथ में विभिन्न उपनिषदों के सारांश और उनके अद्वितीय दृष्टिकोणों का विवेचन किया गया है। 'एकादश' का अर्थ है "ग्यारह" और 'उपनिषद' वे ग्रंथ हैं जो वेदों के अंतर्गत आते हैं और आध्यात्मिक ज्ञान की दिशा में गहरी समझ प्रदान करते हैं।
"एकादशोपनिषत्संग्रह" में निम्नलिखित उपनिषदों का संकलन होता है:
- ईश्वर उपनिषद्
- कठ उपनिषद्
- प्रश्न उपनिषद्
- मुण्डक उपनिषद्
- मैत्रायणी उपनिषद्
- तैत्तिरीय उपनिषद्
- आदि उपनिषद्
- बृहदारण्यक उपनिषद्
- काणे उपनिषद्
- छांदोग्य उपनिषद्
- अथर्ववेद उपनिषद्
इस संकलन में इन उपनिषदों के प्रमुख विचारों, उनके तत्वज्ञान, और आध्यात्मिक अनुभवों को सरल भाषा में प्रस्तुत किया जाता है। ये उपनिषद् जीवन, मृत्यु, आत्मा, ब्रह्म, और धर्म के विषयों पर गहनता से विचार करते हैं।
"एकादशोपनिषत्संग्रह" का अध्ययन करने से जीवन के गहरे रहस्यों को समझने में मदद मिलती है और यह आत्मज्ञान प्राप्त करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण साधन साबित होता है।