जataka कथा (Jataka Katha) बौद्ध धर्म से जुड़ी कहानियों का संग्रह है, जो भगवान बुद्ध के पूर्व जन्मों की कथाएँ हैं। इन कथाओं में बुद्ध के जीवन की शिक्षा और नैतिक मूल्य होते हैं, जो उन्होंने अपने पिछले जन्मों में प्राप्त किए थे। जataka कथाएँ न केवल बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि इनका सम्बन्ध मानवता, करुणा, त्याग, और नैतिकता से भी है।
यहां एक प्रसिद्ध जataka कथा दी जा रही है:
कथा: एक समय की बात है, जब भगवान बुद्ध ने एक तेंदुए और एक भालू के रूप में जन्म लिया था। दोनों जंगल में रहते थे और एक दूसरे के अच्छे दोस्त थे। एक दिन, जंगल में घमासान युद्ध हुआ। तेंदुआ और भालू दोनों अपनी-अपनी ताकत से दुश्मनों से लड़े, लेकिन वे दोनों घायल हो गए।
तेंदुआ, जो अपने तेज़ और नुकीले पंजों के लिए जाना जाता था, अपने मित्र भालू की मदद के लिए संघर्ष करता रहा। भालू, जो कि अपनी ताकत से दुश्मनों को पराजित करने में सक्षम था, उसने तेंदुए के घावों पर ध्यान दिया।
यह कहानी हमें यह शिक्षा देती है कि मित्रता, सहायता और संघर्ष के समय में साथ देने से हम कठिनाइयों को पार कर सकते हैं।
सीख: इस कथा से यह संदेश मिलता है कि सच्चे दोस्त कठिन समय में एक दूसरे की मदद करते हैं और एक-दूसरे का साथ देते हैं। जीवन में भी हमें अपने मित्रों का साथ देने और उनसे सहायता लेने की आवश्यकता है।
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